ब्यूरो रिपोर्ट दस्तक समाचार।
नई दिल्ली:- सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को यह शेयर 5 फीसदी से चढ़कर 104.20 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर भी है। कारोबार के अंत में शेयर की कीमत 101 रुपये थी।
आईडीबीआई बैंक में निवेश की मंशा रखने वाले बोलीदाताओं को गृह मंत्रालय से जरूरी सुरक्षा की मंजूरी भी मिल गई है। और इस बारे में जल्द ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से भी मंजूरी मिलने की उम्मीद की जा रही है।
गुरुवार को बैंक के शेयर पर निवेशक अचानक टूट पड़े। वहीं, शेयर की पिछले सप्ताह की क्लोजिंग 97.54 रुपये की रही थी।
निवेशकों के मिले थे कई रुचि पत्र:-जनवरी, 2023 में निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग ने कहा था कि उसे बैंक में हिस्सेदारी की खरीद के लिए कई रुचि पत्र मिले हैं। ईओआई के माध्यम से निवेश की मंशा जताने वाले बोलीदाताओं को दो तरह की मंजूरी लेनी होगी। उन्हें गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से उपयुक्त और उचित मानदंडों को पूरा करने की मंजूरी लेनी होगी।
डेढ़ साल से हो रही जांच:-
आरबीआई करीब डेढ़ साल से अधिक समय से संभावित निवेशकों की तरफ से रखे गए विवरणों की जांच कर रहा है। इसकी वजह से आईडीबीआई बैंक का निजीकरण तय समयसीमा से आगे बढ़ गया है। सरकारी अधिकारी के मुताबिक जरूरी मंजूरी मिलने के बाद निवेशकों को डेटा रूम तक पहुंच मिलेगी और पड़ताल की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
किसकी कितनी हिस्सेदारी:-सरकार और एलआईसी के पास आईडीबीआई बैंक में संयुक्त रूप से कुल 94.72 प्रतिशत हिस्सेदारी है। लेकिन हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री के बाद यह घटकर 34 प्रतिशत रह जाएगी। बता दें कि सरकार एलआईसी के साथ मिलकर बैंक में करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने की तैयारी में है। इस दौरान केंद्र सरकार की 30.48 प्रतिशत और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की 30.24 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचा जाएगा।